रूप सज्जा का अर्थ
[ rup sejjaa ]
रूप सज्जा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- स्त्रियों का गहने, कपड़े आदि से अपने आपको सजाने की क्रिया:"कुछ स्त्रियों का अधिकांश समय शृंगार में व्यतीत होता है"
पर्याय: शृंगार, श्रृंगार, साज शृंगार, साज श्रृंगार, साज सँवार, साज-शृंगार, साज-श्रृंगार, सजना-धजना, बनना-सँवरना, सजना-सवँरना, बनाव-शृंगार, सँवरना, सजना, बनना-ठनना, शृंगार करना, सजना-सँवरना, सजना सँवरना, आकल्प, सज-धज, बन-सँवर, बन-ठन, बनावशृंगार, सजधज, बनाव शृंगार, नोक-झोंक, नोकझोंक, नोंक-झोंक, नोक-झोक, नोकझोक, नोक झोक, नोंकझोंक, सिंगार, मेकप
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- विविधि रूप सज्जा के उपकरण १ ,
- निपुण विविध रूप सज्जा में |
- पात्रों की रूप सज्जा सुनील व वैंकटेश्वर पाडेंय ने किया।
- हिन्दी की रूप सज्जा करते फिरते
- कपड़े रूप सज्जा के सामान की खरीदी खूब होती .
- [ संपादित करें ] रूप सज्जा परिवर्तन
- पाठ पूर्व संरूपित और रूप सज्जा बदला हुआ है साथ ही
- रूप सज्जा और मंच तकनीक में में भी ये दक्ष हैं .
- प्रिन्स सदा बाहरी रूप सज्जा और व्यवहार के विषय में सोचता रहता था।
- सिर्फ बाहरी रूप सज्जा और काम भाव को जीतने से कुछ नहीं होता।